UN जनरल असेंबली ने सेक्रेटरी-जनरल चुनने का प्रोसेस शुरू किया

  • यह चुनाव दुनिया के लिए इतने ज़रूरी समय पर क्यों हो रहा है
  • महिला उम्मीदवारों और रीजनल डायवर्सिटी पर ज़ोर
  • रिज़ॉल्यूशन 79/327: चुनने के लिए गाइड करने वाला फ्रेमवर्क

UN उम्मीदवारों के साथ पब्लिक डायलॉग कैसे करेगा

नई दिल्ली, 28 नवंबर 2025. अगले संयुक्त राष्ट्र महासचिव (UN Secretary-General) के लिए ऑफिशियल सिलेक्शन प्रोसेस शुरू हो गया है, जो ग्लोबल गवर्नेंस के लिए एक अहम पल है। UNGA प्रेसिडेंट एनालेना बेयरबॉक (UNGA President Annalena Baerbock ) और सिक्योरिटी काउंसिल प्रेसिडेंट माइकल इमरान कानू (Security Council President Michael Imran Kanu) ने मिलकर वह पत्र जारी किया है जिससे प्रस्ताव संख्या 79/327 के तहत यह प्रक्रिया शुरू होगी। यह प्रक्रिया यूएन के मुख्य स्तंभों—शांति और सुरक्षा, मानवाधिकार और विकास—पर ज़ोर देता है, साथ ही पारदर्शा अभियान, क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और महिला नॉमिनी पर गंभीरता से ध्यान देने की अपील करता है। हर उम्मीदवार को एक विज़न स्टेटमेंट, करिकुलम वाइटे और कैंपेन से जुड़ी पूरी फाइनेंशियल जानकारी जमा करनी होगी। जनरल असेंबली सभी नॉमिनी के साथ खुली बातचीत करेगी, जिससे ग्लोबल पब्लिक एंगेजमेंट और अकाउंटेबिलिटी पक्की होगी, क्योंकि दुनिया मुश्किल चुनौतियों का सामना कर रही है, जिनके लिए मज़बूत, भरोसेमंद लीडरशिप की ज़रूरत है।

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अगले यूएन महासचिव के चुनाव और नियुक्ति की, आधिकारिक प्रक्रिया शुरू

27 नवंबर 2025 यूएन मामले

यूएन महासभा की अध्यक्ष ऐनालेना बेयरबॉक ने, अगले संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के आधिकारिक चुनाव और नियुक्ति की प्रक्रिया की शुरुआत की घोषणा कर दी है.

महासभा अध्यक्ष ने न्यूयॉर्क में, पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “दुनिया, अगले महासचिव से ये उम्मीद करती है कि वे संयुक्त राष्ट्र के तीन स्तम्भों - शान्ति और सुरक्षा, मानवाधिकार और विकास - की ओर काम करते हुए मज़बूत, समर्पित और प्रभावी नेतृत्व करें और संयुक्त राष्ट्र को भविष्य के लिए उपयुक्त बनाएँ.”

ऐनालेना बेयरबॉक ने बताया कि उन्होंने, बतौर महासभा अध्यक्ष और सुरक्षा परिषद के उच्चायुक्त माइकल इमरान कानू ने संयुक्त पत्र पर हस्ताक्षर करके, इस चुनाव प्रक्रिया की आधिकारिक शुरुआत की है.

एक महत्वपूर्ण क्षण…

उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के लिए अगले महासचिव का चुनाव, एक महत्वपूर्ण क्षण में आया है.

“इस पद के लिए हमारी पसन्द से यह शक्तिशाली सन्देश जाएगा कि हम संयुक्त राष्ट्र के रूप में कौन हैं, और क्या हम वास्तव में दुनिया के सभी लोगों की सेवा करते हैं, जिनमें दुनिया भर में, हर जगह आधी आबादी में, महिलाएँ और लड़कियाँ शामिल हैं.”

महासभा अध्यक्ष ने बताया कि यह संयुक्त पत्र “प्रक्रिया में सुधारों और महासभा के कार्यों में, नई ऊर्जा भरने के नवीनतम प्रस्ताव को दर्शाता है, जिसमें सदस्य देशों से आग्रह किया गया है कि वे महासचिव के पद के लिए उम्मीदवारों में, महिलाओं के नामंकन पर गम्भीरता से विचार करें.”

इस पत्र में, क्षेत्रीय विविधता के महत्व और प्रचार अभियानों में पारदर्शिता से लेकर उम्मीदवारों के नाम वापसी के, प्रावधानों का भी ज़िक्र किया गया है.

ऐनालेना बेयरबॉक ने कहा, “मुझे विश्वास है कि इस संगठन के भविष्य के नेतृत्व के बारे में निर्णय, विश्वसनीयता से भी जुड़ा हुआ है.”

प्रस्ताव 79/327…

ग़ौरतलब है इसी वर्ष 5 सितम्बर को, महासभा ने महासभा के कार्यों में नई ऊर्जा लाने के लिए, प्रस्ताव 79/327 को अपनाया था.

इस प्रस्ताव में, संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 97 के तहत, यूएन प्रमुख के चयन और नियुक्ति की प्रक्रिया निर्धारित की गई है.

यह प्रस्ताव, पहले के सम्बन्धित प्रस्तावों पर आधारित है, जिन्होंने महासचिव के चयन और नियुक्ति प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सुधार किए थे.

इस प्रस्ताव के अनुसार, उम्मीदवारों का नामंकन कोई एक सदस्य देश या सदस्य देशों का समूह करते हैं.

साथ ही, उन्हें, उम्मीदवार का एक दृष्टिकोण पत्र (vision statement), जीवनवृत्त (CV) और प्रचार से जुड़ी वित्तीय जानकारी देनी होती है.

इसके बाद, महासभा अध्यक्ष सभी उम्मीदवारों के साथ, संवाद का आयोजन करते हैं, और प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हैं.