राग भैरव में गूँजती एक सुबह की पुकार

  • ‘मोहन प्यारे’—एक देश से भावनात्मक संवाद
  • भारत को जगाने का संदेश और उसका व्यापक अर्थ
  • प्रवास में बैठा एक भारतीय मन और मातृभूमि की चिंता

अमेरिका से जस्टिस काटजू ने देश जगाया 'जागो मोहन प्यारे'

जस्टिस मार्कंडेय काटजू

यह राग भैरव में है, जो सुबह का राग है। यहाँ इसे अमेरिका में गाया जा रहा है।

मैं 'जागो मोहन प्यारे' शब्दों का मतलब भारतीयों से एक साथ उठने और भारत को फिर से एक महान खुशहाल देश बनाने का आह्वान मानता हूँ।

'मोहन प्यारे' का मतलब है हमारा प्यारा देश, जिसे अपनी गहरी नींद से उठना चाहिए।

(जस्टिस काटजू सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के अवकाशप्राप्त जज हैं। यह उनके निजी विचार हैं।)